राजा विक्रम अज्ञात वास में शायद परियों के देश में |
१*
पहले मेरे प्यार और नेमत के काबिल बन जा
फिर उठा हाथ सज़दे में या कुछ माँगने खातिर
२ **
मेरा इश्क मेरी दीवानगी मयखाने में नज़र आती है
कभी झाँका है उन आँखों को जिनमे डूबा उभरा फिर
३ ***
तुमने रुख से ज़रा नकाब ए हया क्या खींचा
लोग चिल्ला उठे तौबा ये क़यामत है या बला
४ ****
माना कि ज़िन्दगी हसीं है जानां
यूं जीना तेरे बगैर मुमकिन होगा?
५ *****
ये कैसी दीवानगी तेरी यूं दीवानापन
आये क्यूँ हर शै में तेरा अक्श नज़र
६ ******
कैसी दीवानगी तुम पर कैसा दीवानापन
के तेरे यादों में हरेक शै को भुल जाता हूँ
७ *******
कर बंद मुट्ठी ले समेट सारा जहां इसमें
हद फांदकर तू लगा जहां भी खुद बसेरा
८ ********
अभी रात है मैं मानता हूँ जानती है तू
सुबह होती ही है हौसला रख सूरज पर
९ *********
चुनी खुद राह अपनी फिर नज़रें नीची क्यूँ हैं?
शर्मिन्दगी फैसले पर या जहां को जान लिया?
चित्र गूगल से साभार
समर्पित मेरी * जिंदगी * को
हर लम्हा जो मेरी सांसों में
यादों को समेटे ..सवालों का जवाब तलाशते भाव..खूब!
ReplyDelete[नीचे चित्र 'साभार गूगल लिखा है लेकिन पोस्ट पर कोई चित्र नहीं दिखा ]
सुप्रभात अल्पना जी कभी कभी ऐसी भी दीवानगी होती है आपका स्नेह मिला और मार्गदर्शन सदा रहेगा इस अपेक्षा में प्रतीक्षारत
Deleteअच्छा हुआ यह चित्र कल रात को पोस्ट पर टिप्पणी लिखते समय नहीं दिखा था...वर्ना घबराहट में पोस्ट पढ़ना भूल जाती!
Deleteसभी शेर एक से बढ़कर एक..जज्बातों को बयान करते हुए..
ReplyDeleteकैसी दीवानगी तुम पर कैसा दीवानापन
ReplyDeleteके तेरे यादों में हरेक शै को भुल जाता हूँ,,,यादों के अहसासों को समेटे सुंदर शेर,,,
Recent post : होली की हुडदंग कमेंट्स के संग
बहुत ही बेहतरीन उम्दा शेर,आभार.
ReplyDeleteसभी शेर एक से बढ़कर एक..आभार.
ReplyDeleteऐसी दीवानगी , देखी नहीं कभी ---
ReplyDeleteबहुत खूब ! सुन्दर शे'र सभी ।
कैसी दीवानगी तुम पर कैसा दीवानापन
ReplyDeleteके तेरे यादों में हरेक शै को भुल जाता हूँ ..
किसी के प्यार में डूब के भी कुछ याद रहा तो क्या प्यार ... दीवानेपन का मज़ा डूब जाने में ही है ...
वाह ... बहुत खूब
ReplyDeleteसभी शेर एक से बढ़कर एक ....
आभार
दराल साहब की ही बात दोहराती हूँ :)
ReplyDeleteवैसे तो काफी देर हो ही चुकी है फिर भी, पानी की समस्या पर सरकार ने अगर अब भी ध्यान नहीं दिया तो 2025 से भारत में पानी के लिए लोग एक दूसरे के खून के प्यासे हो जायेंगे। पानी के मामले में भारत की स्थिति सबसे ख़राब है। अन्य देशो में भी पानी की किल्लत होने वाली है, लेकिन भारत अपनी जनसँख्या की वजह से, भयावह स्थिति में आने वाला है।
हर हाल में पानी बचाने की कोशिश कीजिये, पानी का दुरूपयोग अपराध है।
समर्पित मेरी * जिंदगी * को
ReplyDeleteहर लम्हा जो मेरी सांसों में
तौबा ! कौन है ये .....????
माना कि ज़िन्दगी हसीं है जानां
ReplyDeleteयूं जीना तेरे बगैर मुमकिन होगा?
sabhi achhe lage ...
सभी शेर एक से बढ़कर एक ---
ReplyDeleteआभार
LATEST POST सुहाने सपने
my post कोल्हू के बैल
यशवंत माथुर जी आपके स्नेह और आशीर्वाद का ह्रदय से आभारी
ReplyDeleteबहुत सुन्दर .....
ReplyDeleteचुनी खुद राह अपनी फिर नज़रें नीची क्यूँ हैं?
ReplyDeleteशर्मिन्दगी फैसले पर या जहां को जान लिया?
जबरदस्त शेर, गहरी सोच.
अभिनन्दन.
सुन्दर पंक्तियाँ
ReplyDeleteअभी रात है मैं मानता हूँ जानती है तू
ReplyDeleteसुबह होती ही है हौसला रख सूरज पर
...बस यही जज़्बा होना चाहिए
राजा के का जब मन परही वापस ले आहा ये वाला पोस्ट भी बने हे.. ......
ReplyDeleteAtiutam-***
ReplyDeleteगजब ढाते भाव.
ReplyDelete