आपका बहुत बहुत धन्यवाद बहुत अच्छा लगा आपकी पारखी नज़रों को प्रणाम कभी कभी कहने वाली परदे के पीछे होती है और उसे ताड़नेवाला सामने तब ऐसे ही कुछ वाकया बन जाता है ..
शब्दों की गहराईयों में तैरना मुझे बहुत अच्छा लगता है पर इस बार कुछ सफल कुछ असफल खुद को महसूस कर हूँ कविता के भाव बहुत सुन्दर है मार्मिक है ...खैर और रुकुंगी कुछ पल !
Hi there, You've done an incredible job. I'll certainly digg it and personally suggest to my friends. I'm confident they'll be benefited from this site.
khubsurat.......
ReplyDeleteबेहतरीन प्रस्तुति,,,
ReplyDeleterecent post : तड़प,,,
बहुत ही कम शब्दों में दिल को छूने वाली रचना !!
ReplyDeleteबेहद भावपूर्ण रचना...
ReplyDeleteजानते हो हाल-ए-दिल
तन्हाइयों में?
ख्वाब-रंज-सुकुं
नसीब होते हैं?
गजब है....
्सुन्दर ख्याल
ReplyDeleteइस चित्र को लगाने का मतलब समझ नहीं पाया। :(
ReplyDeleteआपका बहुत बहुत धन्यवाद बहुत अच्छा लगा आपकी पारखी नज़रों को प्रणाम कभी कभी कहने वाली परदे के पीछे होती है और उसे ताड़नेवाला सामने तब ऐसे ही कुछ वाकया बन जाता है ..
Deleteबहुत सुन्दर....
ReplyDeleteसादर
अनु
साहिल से लौटकर फिर साहिल पर आना ..ये ही तो प्रेम है ..अबूझ सी पहेली!
ReplyDeleteबहुत ही खुबसूरत प्रस्तुति । मेरे नए पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा। धन्यवाद।
ReplyDeleteचित्र और उस पर चर्चा कविता बनते-बनते रह गई है, या शायद बन गई है.
ReplyDeleteचित्र के द्वारा शायद अपनी स्थिति स्पष्ट की है .... द्वन्द्वात्मक भाव ... सुंदर प्रस्तुति
ReplyDeleteशब्दों की गहराईयों में तैरना मुझे बहुत अच्छा लगता है
ReplyDeleteपर इस बार कुछ सफल कुछ असफल खुद को महसूस कर हूँ
कविता के भाव बहुत सुन्दर है मार्मिक है ...खैर और रुकुंगी कुछ पल !
खुबसूरत प्रस्तुति.
ReplyDeletevery heart touching lines
ReplyDeleteबहुत ही खुबसूरत प्रस्तुति.
ReplyDeletevery appealing lines..
ReplyDeleteजीवन का क्रम है ... साहिल पे लौटना नियति है ...
ReplyDeleteबहुत खूब ..
Hi there, You've done an incredible job. I'll certainly digg it and
ReplyDeletepersonally suggest to my friends. I'm confident they'll be benefited from
this site.
Also visit my page :: Shin Pain symptoms