१*
ज़िन्दगी की किताब का हर्फ़ बनना ऐसे
फिर बनके ज़िन्दगी में बस जाना यूँ ही
जिसे पढ़ें बड़े जतन से उम्र भर प्यार से
वो खुशनसीब हैं सलाम उनके प्यार को
२**
यूँ इंतज़ार कैसा याद पल पल सता जायेगा
आँखें टिकी हैं तुझपे प्यार कैसा रंग लायेगा?
३***
जूझकर फिर किनारों से क्यूँ लौटता हूँ हर बार?
मैं जानता हूँ तेरा प्यार, तू जानती है मेरा प्यार?
४ ****
जाना मेरी किस्मत में था, जाना ने जाना रोक लिया?
मैं उसी मोड़ को तकता हूँ, तेरी परछाई बन आज भी
५ *****
ख्यालों में अक्सर तन्हा साया होता है
तसव्वुर बन जाये वो हमसाया होता है
22.02.2012
समर्पित मेरी ** ज़िन्दगी **को
जिसके बिना ज़िन्दगी **ज़िन्दगी **कहां
ज़िन्दगी की किताब का हर्फ़ बनना ऐसे
फिर बनके ज़िन्दगी में बस जाना यूँ ही
जिसे पढ़ें बड़े जतन से उम्र भर प्यार से
वो खुशनसीब हैं सलाम उनके प्यार को
२**
यूँ इंतज़ार कैसा याद पल पल सता जायेगा
आँखें टिकी हैं तुझपे प्यार कैसा रंग लायेगा?
३***
जूझकर फिर किनारों से क्यूँ लौटता हूँ हर बार?
मैं जानता हूँ तेरा प्यार, तू जानती है मेरा प्यार?
४ ****
जाना मेरी किस्मत में था, जाना ने जाना रोक लिया?
मैं उसी मोड़ को तकता हूँ, तेरी परछाई बन आज भी
५ *****
ख्यालों में अक्सर तन्हा साया होता है
तसव्वुर बन जाये वो हमसाया होता है
22.02.2012
समर्पित मेरी ** ज़िन्दगी **को
जिसके बिना ज़िन्दगी **ज़िन्दगी **कहां
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteकहते है लोग मौत से बदतर है इन्तजार,
ReplyDeleteमेरी तमाम उम्र कटी है उनके इन्तजार में,,,,
Recent post: गरीबी रेखा की खोज
सुन्दर कविताये .बाबु साहब आज कल फोटो बड़ी गजब -गजब लगा रहे है .क्या बात है ??
ReplyDeleteजाना मेरी किस्मत में था, जाना ने जाना रोक लिया?
ReplyDeleteमैं उसी मोड़ को तकता हूँ, तेरी परछाई बन आज भी
बहुत खूब ...
अर्थपूर्ण ..खूब कही
ReplyDeleteज़िन्दगी की किताब का हर्फ़ बनना ऐसे
ReplyDeleteफिर बनके ज़िन्दगी में बस जाना यूँ ही
क्या खूब!
राजा के परान सुआ म.
ReplyDeleteहजूर पैलगी । तूं कईसे गम पा गया महाराज हम तो कोहूँ ल नई बताय रहेन .ऐ तो फ़दक गे .
Deleteयूँ इंतज़ार कैसा याद पल पल सता जायेगा
ReplyDeleteआँखें टिकी हैं तुझपे प्यार कैसा रंग लायेगा?very touching piyar hmesha sambal pradan karta hai .......bahut acchi rachna ....thanks....
सभी बेहतरीन दिल को छू लेनेवाली रचना है...
ReplyDeleteज़िन्दगी की किताब का हर्फ़ बनना ऐसे
फिर बनके ज़िन्दगी में बस जाना यूँ ही
पर ये पंक्तिया बहुत ही अच्छी है...
बहुत खूबसूरत ...
ReplyDeleteवाह ... बहुत ही बढिया ।
ReplyDeleteयूँ इंतज़ार कैसा याद पल पल सता जायेगा
ReplyDeleteआँखें टिकी हैं तुझपे प्यार कैसा रंग लायेगा ...
बहुत खूब ... आपकी जिंदगी ओर आपका प्यार ऐसा ही बना रहे ... प्यार जरूर खिलता हुवा रंग लाएगा ....
आज की ब्लॉग बुलेटिन ऐसे ऐसे कैसे कैसे !!! मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
ReplyDeleteशानदार शे'र कहे हैं।
ReplyDeleteबधाई आपकी आदरणीया जिंदगी को , जिनका शायद कल जन्मदिन रहा होगा।
उसी मोड़ को तकता हूँ...........मन का प्रेम।
ReplyDeleteबहुत उम्दा!!
ReplyDeleteज़िन्दगी की किताब का हर्फ़ बनना ऐसे
ReplyDeleteफिर बनके ज़िन्दगी में बस जाना यूँ ही
जिसे पढ़ें बड़े जतन से उम्र भर प्यार से
वो खुशनसीब हैं सलाम उनके प्यार को
बहुत खूबसूरत ...
आँखें टिकी हैं तुझपे प्यार कैसा रंग लायेगा?
ReplyDeleteजिस शब्द का पहला ही अक्षर आधा हो हमें पूर्णता तक कैसे पहुंचाएगा
यूँ इंतज़ार कैसा याद पल पल सता जायेगा
ReplyDeleteआँखें टिकी हैं तुझपे प्यार कैसा रंग लायेगा?
बहुत बहुत सुंदर
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