ये मेरा सौभाग्य है कि बच्चों के जीवन को प्राथमिक स्तर पर संवारने का दायित्व
मुझे दिया गया।कोई भी विद्यालय या शिक्षक कभी भी अच्छा या बुरा नहीं
होता उसमें अध्ययन करनेवाले छात्र उसकी गरिमा को स्थापित करते है। राष्ट्रिय पर्व मनाकर हम अपनी अस्मिता की रक्षा करते हैं।
एक प्रयास राष्ट्र को समर्पित १५ अगस्त २०१२ और २६जनवरी २०१३
के पुनीत अवसर पर
बच्चों की उपस्थिति लेते साहू सर और उइके सर
नागरिकों सहित शाला परिवार का गुलाल से स्वागत
करते यादव जी परम्परा को जीवंत बनातेश्री मति आभा सिंह मेरी मानस पुत्री
प्रार्थना करते छात्र छात्राएं और निरिक्षण करते
श्री पैकरा जी, साहू जी, और श्री मति आभा सिंहकभी कभी मैं रमाकांत भी शामिल इन संग
प्रार्थना करते शाला परिवार
जिनकी कार्यशैली पर हमेशा मुझे गर्व होता है।
का महत्व समझाती नित्य प्रति बच्चों से अन्तर्सम्बन्धो की कड़ी को मांजती और
निष्ठापूर्वक दायित्वों के प्रति सचेत करती
२६ फरवरी २०१३