tag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post5161587425977516320..comments2024-03-24T21:31:58.189+05:30Comments on ज़रूरत: विक्रम वेताल 7Ramakant Singhhttp://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-68905992094994339062013-01-25T13:53:27.013+05:302013-01-25T13:53:27.013+05:30त्वरित आक्रोश के दौर से इतर अब सोचने विचारने का सम...त्वरित आक्रोश के दौर से इतर अब सोचने विचारने का समय है।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-19693589416232037442012-12-30T16:43:48.559+05:302012-12-30T16:43:48.559+05:30गुनाह सामने ! गुनहगार सामने ! फिर क्या सोचना ? कैस...गुनाह सामने ! गुनहगार सामने ! फिर क्या सोचना ? कैसा केस ? कैसी सुनवाई ?<br />होना चाहिए, तो सिर्फ़ और सिर्फ़... सज़ा ! फिर देरी किस बात की... :(((<br />~सादर!!! Anita Lalit (अनिता ललित ) https://www.blogger.com/profile/01035920064342894452noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-47854458234272852252012-12-27T20:41:03.539+05:302012-12-27T20:41:03.539+05:30 सही सवाल उठाया है आपने! आज के इस दौर में अब हर लड़... सही सवाल उठाया है आपने! आज के इस दौर में अब हर लड़की को खुद ही दुर्गा बनना होगा और सामना करना होगा ऐसे राक्षसों का<br />तभी मिलेगी नयी राह !! ,<br /><br />अपना आशीष दीजिये मेरी नयी पोस्ट<br /><br />मिली नई राह !!<br />उड़ता पंछीhttps://www.blogger.com/profile/18357081059384896848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-80502713156553445072012-12-25T18:13:57.130+05:302012-12-25T18:13:57.130+05:30सुन्दर सार्थक रचना |सुन्दर सार्थक रचना |Minakshi Panthttps://www.blogger.com/profile/07088702730002373736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-243947607544452062012-12-24T17:23:06.885+05:302012-12-24T17:23:06.885+05:30त्वरित उचित न्याय ...
पर क्या मिल सकेगा आज के राजन...त्वरित उचित न्याय ...<br />पर क्या मिल सकेगा आज के राजनितिक माहोल में ... <br />सार्थक चिंतन करती रचना ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-13963196692759574472012-12-24T16:03:09.670+05:302012-12-24T16:03:09.670+05:30इस प्रकारकी घटनाओं का स्थाई हल ढूंढना जरुरी है !
स...इस प्रकारकी घटनाओं का स्थाई हल ढूंढना जरुरी है !<br />सार्थक रचना ...Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-21696965155827287872012-12-24T10:38:22.144+05:302012-12-24T10:38:22.144+05:30बहुत सारे प्रश्न .... उत्तर एक कानून में संशोधन ....बहुत सारे प्रश्न .... उत्तर एक कानून में संशोधन .... ऐसे कृत्यों पर न्याय प्रक्रिया त्वरित हो ... दंड विधान हो ऐसा कि लोग डरें .... सौ बार सोचें ऐसा कुछ करने से पहले । बलात्कार को मात्र क्षणिक आवेश न समझा जाए । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-59039741921542280702012-12-24T10:34:52.929+05:302012-12-24T10:34:52.929+05:30सार्थक रचना सार्थक रचना Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-38324940750255180732012-12-24T06:06:28.684+05:302012-12-24T06:06:28.684+05:30सारे प्रश्न सार्थक. मेरे ख़याल से एक अति त्वरित न्...सारे प्रश्न सार्थक. मेरे ख़याल से एक अति त्वरित न्यायिक कारवाई हो और इन्हें सरेआम फांसी पर चढ़ाना जाना चाहिए और शव को सागर में बहा देना चाहिए क्योंकि इनके आखिरी निशाँ भी मिटटी को कलंकित कर देंगे. ओंकारनाथ मिश्र https://www.blogger.com/profile/11671991647226475135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-15073123861774514432012-12-23T19:16:01.159+05:302012-12-23T19:16:01.159+05:30आक्रोश मिश्रित विवशता का अजीब माहौल है। कितने प्रश...आक्रोश मिश्रित विवशता का अजीब माहौल है। कितने प्रश्न और कितनी आशाएं मुंह बायें खड़ीं हैं, परन्तु जवाब अब तक शून्य है । एक लहर आई है बदलाव लाने की, कहीं ये भी टूट कर बिखर न जाए। मन भय से आशंकित है, कहीं क्रान्ति विफल न हो जाए।<br />स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-5599774892964601742012-12-23T14:30:18.032+05:302012-12-23T14:30:18.032+05:30तलवारों में जंग लग गया है ,डरपोक हो गए हैं लोग.
कह...तलवारों में जंग लग गया है ,डरपोक हो गए हैं लोग.<br />कहीं अन्याय होते देख नज़र चुरा कर चले जाते हैं ,कोई डर है..और इस डर को निका लने के लिए समाज में चेतना लानी ज़रुरी है ,न्याय और कानून व्यवस्था में विश्वास लाना ज़रुरी है उस के लिए आवश्यक हैं अति शीघ्र कुछ संशोधन .<br />Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-9356353508534539782012-12-23T13:25:17.326+05:302012-12-23T13:25:17.326+05:30यशवंत माथुर जी आपका ह्रदय से आभार यशवंत माथुर जी आपका ह्रदय से आभार Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-51424682260110777092012-12-23T12:48:19.491+05:302012-12-23T12:48:19.491+05:30दिनांक 24/12/2012 को आपकी यह बेहतरीन पोस्ट http:...<i><b><br />दिनांक 24/12/2012 को आपकी यह बेहतरीन पोस्ट <a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.in" rel="nofollow"> http://nayi-purani-halchal.blogspot.in </a> पर लिंक की जा रही हैं.आपकी प्रतिक्रिया का स्वागत है .<br />धन्यवाद! </b></i><br />Yashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-54905287076976824382012-12-23T10:46:11.512+05:302012-12-23T10:46:11.512+05:30आज कोई गड़रिया चढ़ेगा टीला पर?
विक्रम की आँखों पर...आज कोई गड़रिया चढ़ेगा टीला पर?<br /><br />विक्रम की आँखों पर बंधी पट्टियाँ खोलनेब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-7468324509918707942012-12-23T09:48:41.112+05:302012-12-23T09:48:41.112+05:30न्याय व्यवस्था में उपयुक्त शोध की आवश्यकता है..
तभ...न्याय व्यवस्था में उपयुक्त शोध की आवश्यकता है..<br />तभी ऐसे कुकर्मी डरेंगे....मेरा मन पंछी साhttps://www.blogger.com/profile/10176279210326491085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-61749481151968240792012-12-23T06:09:21.887+05:302012-12-23T06:09:21.887+05:30सच्चा न्याय और व्यवस्था तो वही, जो ऐसी स्थिति ...सच्चा न्याय और व्यवस्था तो वही, जो ऐसी स्थिति न आने दे.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-24938076033873300772012-12-22T23:21:47.598+05:302012-12-22T23:21:47.598+05:30Rarest of the rare????
क्या करेगा चमत्कार... चिंता...Rarest of the rare????<br />क्या करेगा चमत्कार... चिंता जायज़ है... गहन अभिव्यक्ति... आभार संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-64784229160719651212012-12-22T22:18:23.320+05:302012-12-22T22:18:23.320+05:30शायद त्वरित उचित न्याय ही रोके
जन आक्रोश और बलात्क...शायद त्वरित उचित न्याय ही रोके<br />जन आक्रोश और बलात्कार,,,,,,,<br /><br />सटीक सार्थक प्रस्तुति,,,,बधाई रमाकांत जी,,,धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.com