tag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post3125107492032231433..comments2024-03-24T21:31:58.189+05:30Comments on ज़रूरत: तेरी झोली में Ramakant Singhhttp://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-24618761925241956362013-06-06T07:31:58.753+05:302013-06-06T07:31:58.753+05:30वाह, क्या बात कह दी है.वाह, क्या बात कह दी है.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-6949662332204116192013-06-05T22:18:30.144+05:302013-06-05T22:18:30.144+05:30 लालित्यमयी भावनाओं का सहज प्रवाह !
बहुत बढि़या। लालित्यमयी भावनाओं का सहज प्रवाह !<br />बहुत बढि़या।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-66758756672144833622013-06-05T16:27:52.176+05:302013-06-05T16:27:52.176+05:30प्रेम किसी मिठाई सा लगता है मुझे तो
सुंदर भावना म...प्रेम किसी मिठाई सा लगता है मुझे तो <br />सुंदर भावना मीठा अहसासASHOK BIRLAhttps://www.blogger.com/profile/01944953865988099586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-31474288535324664802013-06-05T01:07:11.090+05:302013-06-05T01:07:11.090+05:30सलिल भाई जी आप जैसे हितैषी की किसी भी बात का बुरा ...सलिल भाई जी आप जैसे हितैषी की किसी भी बात का बुरा क्या मानना वास्तव में मैं किसी भी निश्चित विधा को अपना नहीं पाया <br />मैं एक खास विधा में लिखता हूँ उसकी चर्चा एक पुरे पोस्ट में करूँगा उसके पूर्व आपसे चर्चा भी करूँगा शेष फिर कभी Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-37919008661179629562013-06-04T22:10:16.353+05:302013-06-04T22:10:16.353+05:30शायद आपको मेरी बात ने आहत किया, जबकि मेरा यह उद्दे...शायद आपको मेरी बात ने आहत किया, जबकि मेरा यह उद्देश्य कदापि नहीं था!! क्षमा प्रार्थी हूँ!! आशा है क्षमा प्रदान करेंगे, अन्यथा ह्रदय में कचोट रहेगी!! सादर!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-78138566424438579242013-06-04T07:33:35.578+05:302013-06-04T07:33:35.578+05:30उम्दा.. बस एक अलग ही अहसास...उम्दा.. बस एक अलग ही अहसास...Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-84349381771741430702013-06-03T23:59:47.848+05:302013-06-03T23:59:47.848+05:30सलिल भाई जी प्रणाम सहित आपके विधा प्रेम के लिए आभा...सलिल भाई जी प्रणाम सहित आपके विधा प्रेम के लिए आभार आपने सदा की भांति अपने प्रेम की बारिस से रचना को सींचा ऋणी हूँ आपके हाथों का जीवन भर। जिस दिन विधा सीख गया आपको सबसे पहले लिखूंगा अभी तो बस मन के भावों का अंकन Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-30110897205710510242013-06-03T13:34:24.418+05:302013-06-03T13:34:24.418+05:30कौन याद रखता है आज ज़माने में किसे
हमने तो अपने दर...कौन याद रखता है आज ज़माने में किसे<br />हमने तो अपने दर का पता आपसे जाना<br />..बहुत खूब ... प्रेम की यही तो ताकत है ..<br /> कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-67529364624641982013-06-03T09:22:24.212+05:302013-06-03T09:22:24.212+05:30"प्रेम न खेती ऊपजे प्रेम न हाट बिकाय
राजा..."प्रेम न खेती ऊपजे प्रेम न हाट बिकाय <br />राजा - परजा जेहि रुचय शीष देइ लै जाय ।<br />जब मैं था तब हरि नहीं अब हरि है मैं नाहिं<br />प्रेम-गली अति सॉंकुरी जा में दो न समाहिं ।"<br /> कबीर शकुन्तला शर्माhttps://www.blogger.com/profile/12432773005239217068noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-25982500597781807822013-06-02T21:49:50.543+05:302013-06-02T21:49:50.543+05:30बहुत ही खूबसूरती से आपने जज़्बात को बयान किया है.....बहुत ही खूबसूरती से आपने जज़्बात को बयान किया है.. जो भी विधा हो इस रचना की, लेकिन बहुत शानदार है!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-19781652408993109262013-06-02T19:08:12.005+05:302013-06-02T19:08:12.005+05:30जीवन के कुछ कडवे सत्य अत्यन्त प्रभावी रूप से सा...जीवन के कुछ कडवे सत्य अत्यन्त प्रभावी रूप से सामने आते हैं इस प्रस्तुति में।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-49724438890778117332013-06-02T15:09:58.792+05:302013-06-02T15:09:58.792+05:30यूँ ही जीकर अपनी खातिर तो कोई भी मर जाता है
मेरे ख...यूँ ही जीकर अपनी खातिर तो कोई भी मर जाता है<br />मेरे खातिर हर पल जीने की तमन्ना रख तो जानूं..<br /><br />बहुत खूब ... जीने का चेलेंज है ... प्रेम करने वाले ही कबूल सकते हैं ...<br />लाजवाब रचना है ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-6139456091738470732013-06-02T12:19:10.285+05:302013-06-02T12:19:10.285+05:30मैं माँगने ही तो गया था इश्क तेरे दर पे
इश्क मांग...मैं माँगने ही तो गया था इश्क तेरे दर पे<br /><br />इश्क मांगना नहीं पड़ता बाबु साहब. प्रयास और मेहनत जरुर करनी पड़ती है वह भी ईमानदारी से .यह तो नेमत है ईश्वर की . राजेश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/02628010904084953893noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-64636986508583478172013-06-01T13:29:22.750+05:302013-06-01T13:29:22.750+05:30यूँ ही जीकर अपनी खातिर तो कोई भी मर जाता है
मेरे ख...यूँ ही जीकर अपनी खातिर तो कोई भी मर जाता है<br />मेरे खातिर हर पल जीने की तमन्ना रख तो जानूं<br />वाह... बहुत खूबसूरत रचना....संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-5941017382537385792013-06-01T12:41:31.995+05:302013-06-01T12:41:31.995+05:30चिड़ियों के उड़ान में शामिल शाख और आसमां हरदम
खून ...चिड़ियों के उड़ान में शामिल शाख और आसमां हरदम<br />खून और युद्ध का प्रेम से बैर रहे चलो न आगाज़ कर लें.... बहुत सुंदर भावाभिव्यक्ति ..<br />Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-24098616588570927332013-06-01T12:17:17.651+05:302013-06-01T12:17:17.651+05:30खूबसूरती से बयाँ किये अलफ़ाज़ खूबसूरती से बयाँ किये अलफ़ाज़ अरुणाhttps://www.blogger.com/profile/11069255398676710722noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-84818692141391561012013-06-01T11:32:15.300+05:302013-06-01T11:32:15.300+05:30बेहतरीन नज़्म ॥ बेहतरीन नज़्म ॥ संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-21590484540258242832013-06-01T10:17:59.028+05:302013-06-01T10:17:59.028+05:30बड़ा अजीब सा रिश्ता है ज़िन्दगी तुझसे
जब भी नज़रें...बड़ा अजीब सा रिश्ता है ज़िन्दगी तुझसे<br />जब भी नज़रें उठाता हूँ साबका है गम से<br /><br />सुंदर भावाभिव्यक्ति ..Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-41412310395706014962013-06-01T08:41:47.014+05:302013-06-01T08:41:47.014+05:30कौन याद रखता है आज ज़माने में किसे
हमने तो अपने दर...कौन याद रखता है आज ज़माने में किसे<br />हमने तो अपने दर का पता आपसे जाना,,,<br /><br /><b>वाह !!! बहुत उम्दा,,</b><br /><br /><b>Recent post</b><a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2013/05/blog-post_28.html#links" rel="nofollow">: ओ प्यारी लली,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2711112400443297069.post-80119301632214530302013-06-01T07:28:45.057+05:302013-06-01T07:28:45.057+05:30कौन याद रखता है आज ज़माने में किसे
हमने तो अपने दर...कौन याद रखता है आज ज़माने में किसे<br />हमने तो अपने दर का पता आपसे जाना<br />waah....Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.com